अमेरिकी सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने सोमवार को रूस पर यूरोपीय संघ के हालिया प्रतिबंधों का स्वागत किया, साथ ही रूसी तेल खरीदना जारी रखने वाले देशों पर टैरिफ लगाने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आह्वान को दोहराया।
ग्राहम ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि वह राष्ट्रपति ट्रंप की पिछले हफ़्ते की उस घोषणा की सराहना करते हैं जिसमें उन्होंने सस्ता रूसी तेल ख़रीदने वाले देशों पर 100% तक टैरिफ लगाने की बात कही थी।
उन्होंने यह भी कहा कि चीन, भारत और ब्राज़ील इसके बड़े दोषी हैं।
उनकी यह टिप्पणी यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रमुख काजा कालास द्वारा पिछले सप्ताह की गई घोषणा के बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि यूरोपीय संघ ने रूस के खिलाफ अब तक के "सबसे कड़े प्रतिबंधों में से एक" को मंजूरी दे दी है, जिसमें मास्को के ऊर्जा राजस्व, बैंकिंग परिचालन, सैन्य आपूर्तिकर्ताओं और व्यापार प्रवाह को निशाना बनाया गया है।
नाटो महासचिव मार्क रूट ने पिछले सप्ताह व्हाइट हाउस में ट्रम्प के साथ बैठक के बाद ब्राजील, चीन और भारत जैसे देशों को चेतावनी दी थी कि यदि वे रूस के साथ व्यापार जारी रखते हैं तो उन पर अमेरिका के अतिरिक्त प्रतिबंध लग सकते हैं।
रूट ने उन देशों के नेताओं से शांति वार्ता के लिए पुतिन पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करने का आह्वान करते हुए कहा था कि "इससे आपको बहुत नुकसान हो सकता है।"