तुर्की के राष्ट्रपति रेजैप तैयप एर्दोआन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बातचीत में कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग क्षेत्रीय मुद्दों को हल करने के लिए 'महत्वपूर्ण' है। यह जानकारी तुर्की के संचार निदेशालय ने दी।
शुक्रवार को 'एक्स' पर साझा किए गए एक बयान के अनुसार, इस बातचीत में द्विपक्षीय संबंधों और क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर चर्चा हुई।
एर्दोआन ने कहा कि तुर्की रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के प्रयासों पर करीब से नजर रख रहा है और वह शांति वार्ता का समर्थन करने के लिए तैयार है, जिसमें इन वार्ताओं की मेजबानी करना भी शामिल है, ताकि एक स्थायी और सम्मानजनक शांति स्थापित हो सके।
उन्होंने यह भी कहा कि काले सागर में सुरक्षित वाणिज्यिक नौवहन सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए सद्भावना उपाय शांति प्रक्रिया में योगदान देंगे और तुर्की काले सागर को संघर्ष क्षेत्र बनने से रोकने में अपनी भूमिका निभाता रहेगा।
सीरिया के मुद्दे पर, एर्दोआन ने सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने और स्थायी शांति व स्थिरता प्राप्त करने के लिए रूस के साथ काम करने की तुर्की की प्रतिबद्धता दोहराई।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दोनों देशों को सीरिया में सांप्रदायिक विभाजन को बढ़ावा देने वाले प्रयासों का मुकाबला करने के लिए सहयोग करना चाहिए और सीरिया पर लगाए गए प्रतिबंधों को पूरी तरह से हटाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
तुर्की के राष्ट्रपति ने आगे कहा कि सीरिया के संसाधनों को सीरियाई सरकार के नियंत्रण में रहना चाहिए और तथाकथित 'सीरियन डेमोक्रेटिक फोर्सेस (एसडीएफ)' को केंद्रीय सरकार में शामिल करने के लिए तुर्की का समर्थन है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सीरिया को आतंकवादी संगठनों के लिए 'सुरक्षित ठिकाना' बनने से रोकना और देश की स्थिरता बनाए रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
11 मार्च को, सीरियाई राष्ट्रपति पद ने एक समझौते पर हस्ताक्षर की घोषणा की, जिसमें एसडीएफ को सीरियाई अरब गणराज्य के संस्थानों में एकीकृत किया गया, जिससे राष्ट्रीय एकता को मजबूत किया गया और देश के विभाजन को खारिज किया गया।