पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने गुरुवार को कहा कि अगर रूस पर अतिरिक्त प्रतिबंधों का असर पड़ता है, तो भारत को वैकल्पिक स्रोतों से अपनी तेल ज़रूरतें पूरी करने का भरोसा है। इस हफ़्ते की शुरुआत में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चेतावनी दी थी कि अगर रूस 50 दिनों के भीतर यूक्रेन के साथ शांति समझौता करने में विफल रहता है, तो रूसी निर्यात खरीदने वाले देशों पर प्रतिबंध लग सकते हैं।
इसके अलावा, नाटो महासचिव मार्क रूट ने बुधवार को चेतावनी दी कि भारत सहित कुछ देशों को प्रतिबंधों से बहुत नुकसान हो सकता है यदि वे रूस के साथ व्यापार करना जारी रखते हैं।
पुरी ने कहा कि भारत को रूसी आयात से जुड़ी किसी भी समस्या से निपटने के लिए अन्य देशों से आपूर्ति प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि गुयाना जैसे कई नए आपूर्तिकर्ता बाज़ार में आ रहे हैं और ब्राज़ील व कनाडा जैसे मौजूदा उत्पादकों से भी आपूर्ति हो रही है।
इसके अलावा, भारत अन्वेषण और उत्पादन गतिविधियों को बढ़ा रहा है।
नई दिल्ली में एक उद्योग कार्यक्रम में पुरी ने कहा, "मुझे बिल्कुल भी चिंता नहीं है। अगर कुछ होता है, तो हम उससे निपट लेंगे।"
उन्होंने कहा, "भारत ने आपूर्ति के स्रोतों में विविधता ला दी है और मुझे लगता है कि हम पहले जिन 27 देशों से खरीदारी करते थे, अब लगभग 40 देशों से खरीदारी करते हैं।"
आंकड़ों के अनुसार, रूस भारत का शीर्ष आपूर्तिकर्ता बना हुआ है, जो भारत की कुल आपूर्ति का लगभग 35% हिस्सा प्रदान करता है, इसके बाद इराक, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात का स्थान आता है।