कर्नाटक राज्य के हिंदुत्व संघटन श्रीराम सेना के तालुक अध्यक्ष और दो अन्य लोगों को स्कूली बच्चों के पीने के पानी में ज़हर मिलाने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया है। 15 दिन पहले हुई इस घटना में कई बच्चे बीमार पड़ गए थे, लेकिन किसी की जान नहीं गई।
न्यूज़ मिनट के अनुसार, 14 जुलाई को, हूलिकट्टे गाँव की जनता कॉलोनी स्थित सरकारी लोअर प्राइमरी स्कूल में पानी पीने से सात से कई बच्चे बीमार पड़ गए। स्कूल के प्रधानाध्यापक सुलेमान गोरिनाइक ने सौंदत्ती पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करवाया था।
सौंदत्ती पुलिस ने टीएनएम को बताया कि जांच करने पर पता चला कि स्कूल में पढ़ने वाले एक लड़के ने स्कूल में पानी की टंकी में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाला इंसेक्टिसाइड डाल दिया था।
राज्य के मुख्यमंत्री ने अपने X अकाउंट पर एक पोस्ट में इस घटना की निंदा की, जहां उन्होंने कहा कि धार्मिक कट्टरवाद और सांप्रदायिक घृणा जघन्य कृत्यों को जन्म दे सकती है, और यह घटना, जिसके परिणामस्वरूप निर्दोष बच्चों का नरसंहार हो सकता था, इसका प्रमाण है।
उन्होंने दक्षिणपंथी भाजपा पार्टी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए धर्म के नाम पर समाज में नफरत बोने वाले भाजपा नेताओं को आत्मचिंतन करना चाहिए।
इस प्रांत में 2022 में राज्य द्वारा संचालित स्कूलों में हेडस्कार्फ़ पर प्रतिबंध भी लगाया गया था, जिससे अल्पसंख्यक समुदाय में यह डर पैदा हो गया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हिंदू राष्ट्रवादी सरकार के तहत उत्पीड़न बढ़ रहा है।
श्री राम सेना क्या है?
श्री राम सेना एक दक्षिणपंथी हिंदुत्व कार्यकर्ता समूह है जिसकी स्थापना इसके वर्तमान नेता प्रमोद मुथालिक ने की थी।
यह समूह दक्षिण भारतीय राज्य कर्नाटक में समुदायों के खिलाफ अभद्र भाषा और नैतिक पुलिसिंग के लिए चर्चा में रहा है।
2008 में मुथालिक को मैंगलोर में एक पब पर हमले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था।
2012 में इस समूह के सदस्यों को सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के इरादे से एक सरकारी इमारत पर पाकिस्तान का राष्ट्रीय ध्वज फहराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
वे मुस्लिम स्ट्रीट वेंडरों को परेशान करने और नफरत भरे भाषण के विभिन्न मामलों में भी शामिल रहे हैं, जो सीधे तौर पर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा भड़काते हैं, अक्सर लव जिहाद जैसे इस्लामोफोबिक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने अपने बयान में राज्य भाजपा नेतृत्व के साथ-साथ संगठन के नेताओं को भी निशाने पर लिया। उन्होंने पूछा, "क्या प्रमोद मुथालिक इस घटना की ज़िम्मेदारी लेंगे? क्या बीवाई विजयेंद्र या आर अशोक?" उन्होंने उन लोगों से जवाबदेही की मांग की जो "सामाजिक रूप से विनाशकारी कृत्यों" का समर्थन करते हैं।